वडोदरा। जेटको में विद्युत सहायकों की भर्ती में कदाचार सामने आने के बाद सरकार ने भर्ती प्रक्रिया रद्द करके दोबारा परीक्षा और पोल टेस्ट लेने का निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय के खिलाफ अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू किया है। कदाचार के मामले में मंगलवार शाम को जेटको के एक डिप्टी इंजीनियर और पांच एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया। जेटको के एमडी ने 22 दिसंबर को अभ्यर्थियों के साथ बैठक करके 48 घंटे में समस्या हल करने का आश्वाासन दिया था, पर तीन दिन बीतने के बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया। अभ्यर्थियों ने मंगलवार को सुबह जेटकाे के वडोदरा मुख्यायल पर इकट्ठा होकर दोबारा परीक्षा लेने के निर्णय को रद्द करने की मांग की। जेटको के एमडी कच्छ के दौरे पर, इस वजह से अभ्यर्थियों ने जनरल मैनेजर जेटी राय के साथ बैठक की। मैनेजर ने साफ शब्दों ने कहा कि जेटको दोबारा परीक्षा लेने का निर्णय रद्द नहीं करेगी। अभ्यर्थियों ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हम पोल टेस्ट देने को तैयार हैं, पर दोबारा परीक्षा नहीं देंगे। लिखित परीक्षा में अभी तक किसी ने कदाचार की शिकायत नहीं की है। अभ्यर्थियों ने आगामी दिनों में गांधीनगर में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। बता दें, जेटको ने विद्युत सहायकों की 1224 पदों के लिए पोल टेस्ट और लिखित परीक्षा ली थी। परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को पिछले दो माह से नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है। वहीं, जेटको ने पोल टेस्ट में कदाचार की बात करते हुए भर्ती प्रक्रिया रद्द करने की घोषणा की है। कदाचार के मामले में जेटको के 6 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिसमें डिप्टी इंजीनियर केएच परमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर एसआर यादव, बीजे चौधरी, एपी भाभोर, केजी सोलंकी और जेजी पटेल को सस्पेंड किया गया है।
जेटको के 6 इंजीनियर सस्पेंड, अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा का निर्णय वापस न लेने पर गांधीनगर में आंदोलन की धमकी दी
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