कच्छ। कच्छ से जा रहे 120 ऊंटों और 6 रखवालों को महाराष्ट्र के गौसवकों ने आशंका के आधार पर पकड़ लिया था। ऊंटों को महाराष्ट्र के जलगांव जिले के चोपड़ा में स्थित राम गोपाल गौशाला में रखा गया था, जबकि रखवालों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
कच्छ में ऊंटों की देखरेख करने वाले मालधारी संगठन, मांडवी के विधायक, रामकृष्ण ट्रस्ट, सहजीवन ट्रस्ट की मदद से विभिन्न स्तरों पर सिफारिश करने और ठोस सबूत देने के बाद ऊंटों को छोड़ा गया। हिरासत में लिए गए उनके रखवालों को भी छोड़ दिया गया था। मालधारी समाज ने बताया कि सामान ढोने के लिए ऊंटों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में बसे रबारी समाज को पहुंचाने जा रहे थे, तभी रास्ते में गौसेवकों ने पकड़ लिया। हिरासत से छूटने के बाद रखवाले ऊंटों को लेकर महाराष्ट्र के विदर्भ और छत्तीसगढ़ की ओर रवाना हो गए।
गुरुवार को भुज में वर्धमान जीवदया मंडल के ट्रस्टी जीतूभाई और मनोज साेलंकी, ऊंट संगठन के आशाभाई रबारी, भीखा रबारी, सहजीवन टीम के कार्यकर्ताअों ने बैठक करके भविष्य में कच्छ के ऊंट पालकों को इस प्रकार की परेशानी न हो इस पर विचार-विमर्श किया। पशुपालन विभाग की मदद से एनिमल ट्रांसपोर्टेशन एक्ट, जरूरी दस्तावेजों के साथ अन्य सावधानी बरतने पर विस्तृत चर्चा हुई।
महाराष्ट्र के जलगांव में हिरासत में लिए गए कच्छ के 120 ऊंट और उनके रखवालों को कड़ी मशक्कत के बाद छोड़ा गया
RELATED ARTICLES