सूरत। मकर संक्रांति से चार दिन पहले नाना वराछा में मोपेड पर सवार होकर ब्रिज पर जा रही युवती की पतंग के मांझे से गला कट गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, पर इलाज होने से पहले ही मौत हो गई।
अमरेली जिले के मूल निवासी घनश्याम ठुम्मर परिवार के साथ मोटा वराछा में अमृत रेजिडेंसी में रहते हैं। उनकी 22 साल की छोटी बेटी दिक्षिता सीमाडा में एक ज्वेलरी की दुकान में नौकरी करती थी। दिक्षिता बुधवार शाम को मोपेड पर सवार होकर दुकान से घर जा रही थी। नाना वराछा में ब्रिज से नीचे उतर रही थी, तभी अचानक पतंग का मांझा उसके गले में फंस गया। दिक्षिता ने गले में दुपट्टा लपेट रखा था, इसके बावजूद मांझे ने दुपट्टे के साथ गला भी काट दिया। गले में मांझा लपेटने के बाद दिक्षिता मोपेड लेकर सड़क पर गिर गई। ब्रिज पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। उसे 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, इलाज शुरू होने से पहले ही दिक्षिता की मौत हो गई।