हाल ही में भारतीय नागरिकों को लक्षित करते हुए एक खतरनाक साइबर हमला सामने आया है, जिसे ‘डांस ऑफ द हिलरी’ वायरस के नाम से जाना जा रहा है। इस हमले के पीछे पाकिस्तान-आधारित हैकर्स का हाथ होने का संदेह है, जो सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से इस मैलवेयर को फैला रहे हैं।
यह वायरस कैसे फैलता है?
‘डांस ऑफ द हिलरी’ एक मैलवेयर है जो वीडियो या दस्तावेज़ (.exe फाइलें जैसे tasksche.exe) के रूप में भेजा जाता है। जब उपयोगकर्ता इन फाइलों को खोलते हैं, तो यह वायरस डिवाइस में सक्रिय हो जाता है और हैकर्स को निम्नलिखित कार्यों की अनुमति देता है:
- संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा, जैसे बैंकिंग विवरण और पासवर्ड, चुराना
- सिस्टम फाइलों तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त करना
- संक्रमित डिवाइस का रिमोट कंट्रोल हासिल करना
यह हमला विशेष रूप से WhatsApp, Facebook, Telegram और ईमेल के माध्यम से फैलाया जा रहा है, जिससे यह आम उपयोगकर्ताओं के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है।
⚠️ सतर्क रहने के उपाय
भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- अज्ञात स्रोतों से प्राप्त वीडियो, दस्तावेज़ या लिंक को न खोलें।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऑटो-डाउनलोड विकल्प को बंद करें।
- +92 से शुरू होने वाले अज्ञात नंबरों से प्राप्त संदेशों पर ध्यान न दें।
- मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और दो-चरणीय प्रमाणीकरण सक्षम करें।
- अपने डिवाइस और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें।
- संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट CERT-In या संबंधित साइबर सुरक्षा एजेंसियों को करें।
निष्कर्ष
‘डांस ऑफ द हिलरी’ वायरस एक गंभीर साइबर खतरा है जो व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को निशाना बना रहा है। इससे बचाव के लिए सतर्क रहना और उपरोक्त सुरक्षा उपायों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
यदि आप किसी संदिग्ध गतिविधि का सामना करते हैं, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें और अपने डिवाइस की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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