सूरत। शहर के अलग-अलग इलाकों में जिओ टावर से 5जी बीबीयू कार्ड और एसएफपी समेत कीमती सामानों की चोरी करने वाले गिरोह के पांच बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के पास से 13 लाख,10 हजार कीमत के 5जी बीबीयू के पांच राउटर, 19800 रूपए के 22 एसएफपी, 40,000 रूपए के चार मोबाइल फोन, एक लाख रूपए की स्कूटी, डिसमिस और ओडिसी खोलने की चाबी समेत कुल 14लाख, 69 हजार रूपए का सामान बरामद किया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने बदमाशों को गिरफ्तार करके कीम, कोसंबा, उमरा, अमरोली और पुणा थाने में दर्ज राउटर चोरी के पांच मामलों को हल कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी राजेंद्र वर्मा, पंकज भदौरिया और राधा मोहन वर्मा मध्य प्रदेश के मूल निवासी और सूरत में किराए के मकान में रहते हैं। इन तीनों ने भरूच से लेकर वापी, वलसाड तक जियो और एयरटेल कंपनी के टावर में नेटवर्क इंस्टॉल करने और टावर में बीबीयू राउटर लगाने के लिए टेक्नीशियन और रीगर की नौकरी की थी। उन्हें पहले से ही पता था कि टावर में लगे राउटर कीमती होते हैं। इसे कबाड़ में बेचकर तगड़ी कमाई कर सकते हैं। बदमाशों ने कबाड़ी से बातचीत करने के बार टाउस से राउटर चुराने का काम शुरू किया। बदमाश दोपहर में स्कूटी लेकर निकलते थे और सूनसान जगह लगे मोबाइल टावर को निशाना बनाते थे। रिपेयरिंग करने के बहाने टावर से राउटर और अन्य कीमती सामान चुराकर फरार हो जाते थे। टावर से चुराए गए सामानों को बड़ेखां चकला में मोहम्मद अनस को सस्ते दामों पर बेचते थे। मोहम्मद अनस टीवी, फ्रिज, कंप्यूटर, मोबाइल समेत इलेक्ट्रॉनिक के पुराने सामानों की खरीदी करता है। वह इन सामानों से सर्किट निकालकर उसे सूरत के फूलवाडी, दिल्ली और मेरठ में ऊंचे दाम पर बेचता था। गिरफ्तार चौथे बदमाश का नाम रवि इंगले है। वह भी पहले जिओ कंपनी में रिंगर की नौकरी करता था। उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके बाद रवि इंगले ने जाने के बाद 5जी बीबीयू राउटर और एसएफपी की चोरी करके उसे बेचने की फिराक में घूम रहा था। डीसीबी ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए पांच बदमाशों में 36 वर्षीय राजेंद्र उर्फ राजू पुत्र गया प्रसाद वर्मा, पंकज पुत्र चंद्रपाल सिंह भदौरिया(19), राधामोहन उर्फ मोहन पुत्र सत्यभान वर्मा, मोहम्मद अनस पुत्र इकराम मालिक और रवि दशरथ इंगले शामिल हैं।