सूरत। सोमवार शाम को सूरत और उत्राण रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे की पाइप रखकर अहमदाबाद जा रही सौराष्ट्र एक्सप्रेस ट्रेन को पलटने की कोशिश की गई। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिाकरी, जीआरपी और आरपीएफ के जवान तुरंत मौके पर पहुंच गए। रेलवे पुलिस ने खुफिया सूचना पर एक आरोपी को हिरासत में लिया है। सोमवार को बांद्रा टमिर्नस से वेरावल जा रही सौराष्ट्र एक्सप्रेस सूरत रेलवे स्टेशन पर ठहरने के बाद अहमदाबाद की ओर रवाना हुई, उत्कल नगर के पास भारी भरकम सामान इंजन से टकरा गया। लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को रोक दी और नीचे उतरकर जांच की तो रेलवे ट्रैक पर लोहे की एक पाइप मिली, जो इंजन से टकराने के बाद ट्रैक से दूर गिरी थी। लोको पायलट ने तुरंत रेलवे अधिकारियों को घटना के बारे में बताया। रेलवे अधिकारी, जीआरपी की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। जीआरपी ने अनजान कि खिलाफ केस दर्ज किया। रेलवे पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो खुफिया सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक पर पाइप रखकर ट्रेन पलटने की कोशिश करने वाला व्यक्ति कतारगाम, कांसानगर के पास पे एंड यूज टॉयलेट पर खड़ा है। जीआरपी के इंचार्ज इंस्पेक्टर एमवी वसावा ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया। आरोपी का नाम रामजी देवजी कोरडिया(42) है। आरोपी कांसानगर के पास रहता है और अमरेली जिले के धारी तहसील का मूल निवासी है। आरोपी कबाड़ बीनने का काम करता है। रेलवे पुलिस उसके दूसरे साथी की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कहीं से लोहे की पाइप लेकर आया था। उसे कटवाने के लिए दुकान पर गया तो दुकानदार ने काटने से साफ इनकार कर दिया। आरोपी को लगा कि ट्रेन के पहिए के नीचे रख दूंगा तो पाइप कट जाएगी। इसके बाद उसने लोहे की पाइप को रेलवे पटरी पर रख दी। पाइप को कटी नहीं, पर बड़ा हादसा होने से बच गया। हालांकि रेलवे अधिकारी उसकी बातों पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि रेलवे ट्रैक पर लोहे की पाइप रखकर ट्रेन पलटने का कारण कुछ और हो सकता है।