इंदौर में अब भीख देने और लेने पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटाए जाने के बाद शहर के मंदिरों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर भिक्षुकों का जमावड़ा बढ़ने लगा है। भिक्षा मुक्त इंदौर अभियान के तहत पहले इसे अपराध की श्रेणी में रखा गया था, लेकिन अब नियमों में बदलाव किया गया है।