भोपाल | 22 अप्रैल 2025:
मध्य प्रदेश में अप्रैल महीने की गर्मी ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। खासकर रीवा, सतना, खजुराहो और खरगोन जैसे जिलों में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ दिनों तक गर्मी का प्रकोप और बढ़ सकता है।
तापमान का ताजा हाल: कहां कितना पारा चढ़ा
रीवा: 44.6°C
खजुराहो: 44.2°C
सतना: 43.8°C
ग्वालियर: 43.5°C

भोपाल: 41.2°C
इंदौर: 39.6°C
राज्य के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की जा रही है। शुष्क हवाएं और साफ आसमान दिन में तीव्र धूप को और बढ़ा रहे हैं।
लू का कहर: स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर

गर्मी की इस लहर के कारण लू चलने की आशंका बढ़ गई है। खासकर दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक घर से बाहर निकलना खतरनाक साबित हो सकता है। डॉक्टरों की सलाह है कि इस दौरान अत्यधिक धूप में न निकलें, पानी की मात्रा बढ़ाएं और ठंडी चीज़ों का सेवन करें।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मध्य प्रदेश में आगामी 3-4 दिनों तक तापमान में गिरावट की कोई संभावना नहीं है। उल्टा हवा की दिशा में परिवर्तन के कारण कुछ जिलों में गर्म हवाओं की तीव्रता और बढ़ेगी।
IMD की चेतावनी:
“मंगलवार और बुधवार को कई जिलों में लू चलने की संभावना है। लोग सावधानी बरतें और दोपहर में गैरज़रूरी यात्रा से बचें।”
गर्मी और लू से बचाव के उपाय
पानी और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पिएं – नारियल पानी, शिकंजी, बेल शरबत, छाछ फायदेमंद हैं।
हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें – ताकि शरीर की गर्मी बाहर निकल सके।
धूप में निकलते समय सिर को तौलिया, टोपी या छाते से ढंकें।
बाहर निकलने से पहले शरीर पर सनस्क्रीन लगाएं।
धूप में अचानक बाहर न निकलें – पहले कुछ समय छाया में रुकें।
बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें।
गर्म स्थानों पर पार्क की गई गाड़ी में बच्चों या पालतू जानवरों को बिल्कुल न छोड़ें।
दिन में कम से कम एक बार ठंडे पानी से स्नान करें।
घर के बाहर खुले स्थानों पर ताज़ा जल से मिट्टी को सींचें – इससे वातावरण ठंडा रहेगा।
जल संकट की आहट

प्रदेश के कई जिलों में जलस्तर तेजी से गिरने लगा है। गर्मी के कारण नदियों, नहरों और तालाबों में पानी की मात्रा घट रही है। कई ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी की समस्या सामने आने लगी है। जल संसाधन विभाग अलर्ट मोड पर है और लोगों से जल संरक्षण की अपील की जा रही है।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में गर्मी का प्रकोप अपने चरम पर पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में आवश्यक है कि नागरिक सतर्क रहें, लू से बचाव के उपाय अपनाएं और जल संकट को गंभीरता से लेते हुए पानी की बर्बादी से बचें।