पाकिस्तानी उच्चायोग अधिकारी 24 घंटे में देश छोड़ने के आदेश
भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों में एक बार फिर नया मोड़ आया है।मोदी सरकार ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी को निष्कासित कर दिया है और उसे 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है।
विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि संबंधित अधिकारी को “आधिकारिक हैसियत के अनुरूप व्यवहार न करने” के चलते निष्कासित किया गया है। यह शब्दावली आमतौर पर तब इस्तेमाल की जाती है जब किसी राजनयिक पर जासूसी या अवांछनीय गतिविधियों में शामिल होने का संदेह हो।
क्या है मामला?
सूत्रों के मुताबिक, उस अधिकारी पर ऐसी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है, जो एक राजनयिक की भूमिका और मर्यादा के अनुरूप नहीं हैं। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है, लेकिन यह संकेत जरूर है कि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हो सकता है।
राजनयिक संबंधों पर असर
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं — चाहे वो सीमा पर संघर्ष हो, आतंकी घटनाएं हों या कूटनीतिक मतभेद। ऐसे में किसी पाकिस्तानी अधिकारी का निष्कासन एक गंभीर संकेत है कि भारत अब राजनयिक नियमों के उल्लंघन को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
यह कदम भारत द्वारा यह स्पष्ट करने का तरीका भी हो सकता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे सामने कोई भी देश क्यों न हो।
क्या कहती है कूटनीति?
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में जब किसी देश का राजनयिक इस तरह निष्कासित किया जाता है, तो उसे एक ‘persona non grata’ घोषित कर दिया जाता है — यानी उस व्यक्ति की उपस्थिति अब अस्वीकार्य है। आमतौर पर ऐसे मामलों में जवाबी कार्रवाई भी होती है, यानी पाकिस्तान भी भारत के किसी अधिकारी को निष्कासित कर सकता है।
निष्कर्ष
मोदी सरकार का यह कदम एक ओर जहां राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर यह पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश भी है कि भारत किसी भी कूटनीतिक अनुशासनहीनता को सहन नहीं करेगा।
यह घटनाक्रम आने वाले दिनों में भारत-पाकिस्तान संबंधों की दिशा पर प्रभाव डाल सकता है। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान इस पर कैसे प्रतिक्रिया देता है — संयम से या जवाबी कार्रवाई से।
उज्जैन की धरती पर सुबह का पहला उजाला एक अलग ही ऊर्जा लेकर आता है। खासकर मंगलवार को, जब महाकालेश्वर मंदिरमें होती है भस्म आरती, तो हर भक्त की आत्मा तक झंकृत हो उठती है। यह नज़ारा न केवल आंखों से देखा जाता है, बल्कि दिल से महसूस किया जाता है।
भस्म आरती: एक अनोखी भक्ति की मिसाल
सुबह 4 बजे, जब दुनिया नींद में होती है, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। यहां भगवान शिव को भस्म (राख) से श्रृंगारित किया जाता है — एक ऐसी परंपरा जो और कहीं नहीं देखने को मिलती। यह भस्म आम नहीं होती; इसे विशेष विधियों से शुद्ध किया जाता है और फिर भगवान को चढ़ाया जाता है।
भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड का अभिषेक
भस्म अर्पित करने के बाद भगवान महाकाल को भांग चढ़ाई जाती है — यह शिव की प्रिय वस्तु मानी जाती है। फिर चन्दन का लेप किया जाता है, जिससे शिवलिंग को ठंडक मिलती है। त्रिपुण्ड (तीन रेखाएं) चन्दन या भस्म से लगाए जाते हैं, जो शिव की तांडव ऊर्जा, तपस्या और त्याग का प्रतीक हैं।
रुद्राक्ष और रजत मुकुट से होता है श्रृंगार
श्रृंगार में भगवान महाकाल को रुद्राक्ष की माला पहनाई जाती है। रुद्राक्ष न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत होता है, बल्कि यह शिवभक्तों के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके बाद भगवान को रजत मुकुट पहनाया जाता है — एक चांदी का सुंदर मुकुट जो उनकी दिव्यता को और भी उजागर करता है।
क्यों खास होता है मंगलवार?
मंगलवार को शिव की आराधना विशेष रूप से फलदायक मानी जाती है। यह दिन संकटमोचन हनुमान जी का भी है, और शिव व हनुमान का गहरा संबंध है। इसलिए इस दिन भस्म आरती में भाग लेना एक विशेष पुण्य का कार्य माना जाता है।
भक्तों की भीड़ और भक्ति का समर्पण
भस्म आरती के दौरान महाकालेश्वर मंदिर में ऐसी भक्ति उमड़ती है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। हर “हर-हर महादेव” की गूंज के साथ मन में शक्ति और आत्मा में शांति उतरती है। कई लोग तो महीनों पहले से रजिस्ट्रेशन करवा कर इस आरती में शामिल होने आते हैं।
निष्कर्ष
मंगलवार की भस्म आरती सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, यह भगवान महाकाल से जुड़ने का एक सजीव अनुभव है। भांग, चन्दन, त्रिपुण्ड, रुद्राक्ष और रजत मुकुट से सजे महाकाल को देखना जीवन भर की पूंजी बन जाता है।
अगर आपने अब तक यह दिव्य अनुभव नहीं लिया है, तो अगली बार उज्जैन जाएं तो मंगलवार की सुबह महाकालेश्वर मंदिर जरूर जाएं — क्योंकि वहाँ सिर्फ भगवान नहीं, स्वयं समय विराजमान है।
मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी इंदौर एक बार फिर बदलाव की दहलीज़ पर है। शहर के दिल में बसे लालबाग और राजवाड़ा, जो कभी मराठा इतिहास की गरिमा थे, अब फिर से अपनी खोई हुई पहचान पाने वाले हैं।
20 मई को मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद इन धरोहरों के नवीनीकरण का भूमिपूजन करने जा रहे हैं। यह सिर्फ इमारतों का पुनर्निर्माण नहीं है, बल्कि यह हमारी विरासत, हमारी पहचान और संस्कृति को फिर से जीवंत करने की एक ऐतिहासिक पहल है।
🔹 क्या होगा खास 20 मई को?
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की बैठक इंदौर में होगी।
इसी दिन लालबाग और राजवाड़ा के नवीनीकरण कार्यों की औपचारिक शुरुआत की जाएगी।
साथ ही, अहिल्या कचहरी को संरक्षित धरोहर का दर्जा दिया जाएगा।
CM करेंगे लालबाग-राजवाड़ा के नवीनीकरण का भूमिपूजन
लालबाग और राजवाड़ा क्यों हैं खास?
राजवाड़ा और लालबाग इंदौर की पहचान हैं।
राजवाड़ा, होलकर राजवंश की परंपरा और स्थापत्य कला का उदाहरण है।
लालबाग, एक समय इंदौर की शाही जिंदगी और गौरव का प्रतीक रहा है। इन दोनों धरोहरों का नवीनीकरण केवल उनके रंग-रोगन तक सीमित नहीं होगा, बल्कि उन्हें एक सांस्कृतिक टूरिज़्म स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ अपनी जड़ों से जुड़ सकें।
अहिल्या कचहरी को मिलेगा संरक्षित धरोहर का दर्जा
इंदौर में स्थित अहिल्या कचहरी, देवी अहिल्या बाई होलकर से जुड़ी हुई ऐतिहासिक जगहों में से एक है। राज्य सरकार ने इसे संरक्षित धरोहर घोषित करने का फैसला लिया है। इसका मतलब यह है कि अब इस जगह का संरक्षण और रख-रखाव विशेष रूप से किया जाएगा, ताकि इसकी ऐतिहासिक महत्ता सुरक्षित रहे।
20 मई को होगी मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग
जनता की उम्मीदें बढ़ीं
शहरवासियों और इतिहास प्रेमियों में इस फैसले को लेकर काफी उत्साह है। स्थानीय लोग मानते हैं कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर बनेंगे, और शहर की ऐतिहासिक पहचान और मजबूत होगी।
🛑 निष्कर्ष:
राजनीति से ऊपर उठकर, यह फैसला संस्कृति, विरासत और आत्म-सम्मान से जुड़ा है। मोहन सरकार का यह कदम न केवल इंदौर, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए प्रेरणादायी है। अब जब राजवाड़ा और लालबाग फिर से सजेंगे, तो इंदौर एक बार फिर कहेगा— “इतिहास हमारा गौरव है, और हमें उस पर नाज़ है!”
एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान एक बार फिर से दर्शकों के दिलों में उतरने के लिए तैयार हैं। 2007 में ‘तारे ज़मीन पर’ से बच्चों की दुनिया को एक नया नजरिया देने वाले आमिर अब लेकर आ रहे हैं ‘सितारे ज़मीन पर’—जो न केवल उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म है, बल्कि उनके कॅरियर की नई शुरुआत भी मानी जा रही है। 20 जून 2025 को रिलीज़ हो रही इस फिल्म का ट्रेलर आज रात रिलीज़ हो रहा है, और इसे लेकर फैंस का उत्साह चरम पर है।
आमिर की दमदार वापसी: उम्मीदों का सितारा
2018 की ठग्स ऑफ हिंदोस्तान और 2022 की लाल सिंह चड्ढा के बाद आमिर खान कुछ समय के लिए फिल्मी दुनिया से दूर हो गए थे। लेकिन ‘सितारे ज़मीन पर’ के साथ वो न सिर्फ लौट रहे हैं, बल्कि बॉलीवुड को एक बार फिर उस एहसास से भरने वाले हैं, जिसकी पहचान वो खुद हैं—गहराई, संवेदना और समाजिक संदेश।
कहानी की पृष्ठभूमि: स्पेनिश फिल्म ‘चैंपियन्स’ पर आधारित
यह फिल्म 2018 में बनी स्पेनिश फिल्म ‘चैंपियन्स’ का हिंदी रीमेक है। यह एक बास्केटबॉल कोच की कहानी है, जो एक कोर्ट ऑर्डर के तहत मानसिक रूप से न्यूरोडायवर्जेंट युवाओं की टीम को प्रशिक्षित करता है। इस कोच की ज़िंदगी इस टीम के साथ एक नया मोड़ लेती है, जहां वह न केवल टीम को तैयार करता है, बल्कि खुद की सोच, व्यवहार और संवेदना को भी गहराई से समझता है। ‘सितारे ज़मीन पर’ में आमिर खान इस कोच की भूमिका निभा रहे हैं और ट्रेलर के शुरुआती झलक में ही उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को भावुक कर दिया है।
नई जोड़ी: जेनेलिया डिसूजा संग आमिर
फिल्म में आमिर खान के साथ पहली बार नज़र आएंगी जेनेलिया डिसूजा। ट्रेलर में दोनों की केमिस्ट्री ने लोगों का दिल जीत लिया है। जहां आमिर एक गंभीर और प्रेरणादायक भूमिका में हैं, वहीं जेनेलिया का किरदार फिल्म में एक सहयोगी, मार्गदर्शक और उत्साह बढ़ाने वाला तत्व बनकर उभरता है।
इस नई जोड़ी को देखने के लिए दर्शक खासे उत्साहित हैं। जेनेलिया के पति और अभिनेता रितेश देशमुख ने भी ट्रेलर देखकर सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और इसे “असाधारण” बताया।
10 नए चेहरे, नए सितारे
‘सितारे ज़मीन पर’ के जरिए बॉलीवुड को 10 नए चेहरों का तोहफा मिलने जा रहा है। फिल्म में आरौश दत्ता, गोपी कृष्ण वर्मा, सम्वित देसाई, वेदांत शर्मा, आयुष भंसाली, आशीष पेंडसे, ऋषि शाहनी, ऋषभ जैन, नमन मिश्रा और सिमरन मंगेशकर जैसे युवा कलाकारों को लॉन्च किया जा रहा है। इन सभी ने ट्रेलर में अपने सहज और प्रभावशाली अभिनय से दर्शकों को छू लिया है।
निर्देशन और निर्माण
फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं आर.एस. प्रसन्ना, जिन्हें पहले ‘शुभ मंगल सावधान’ के लिए सराहा जा चुका है। इस फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं आमिर खान, अपर्णा पुरोहित और रवि भगचंदका। फिल्म का स्क्रीनप्ले लिखा है दिव्य निधि शर्मा ने, और गीतकार हैं अमिताभ भट्टाचार्य। संगीत दिया है हिंदी सिनेमा की प्रसिद्ध तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय ने।
ट्रेलर रिलीज की टाइमिंग और प्लेटफॉर्म
आमिर खान प्रोडक्शन्स ने सोमवार शाम अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर एक वीडियो साझा कर जानकारी दी कि ‘सितारे ज़मीन पर’ का ट्रेलर 13 मई की रात 7:50 से 8:10 के बीच जी नेटवर्क के चैनलों पर और 8:20 बजे प्रोडक्शन के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल्स पर रिलीज किया जाएगा।
फैंस इस खबर से उत्साहित हैं और ट्विटर पर #SitareZameenParTrailer ट्रेंड कर रहा है।
फिल्म से क्या उम्मीदें?
‘सितारे ज़मीन पर’ केवल एक फिल्म नहीं बल्कि एक इमोशनल यात्रा है, जो मानसिक रूप से अलग ढंग से विकसित बच्चों के प्रति समाज के नजरिए को बदलने का प्रयास करती है। यह फिल्म हमें यह सिखाने वाली है कि हम सबमें कोई न कोई प्रतिभा छिपी होती है, बस जरूरत होती है सही दृष्टिकोण और मार्गदर्शन की।
आमिर खान हमेशा से उन विषयों पर फिल्में बनाते आए हैं, जो दिल से जुड़ती हैं। चाहे लगान हो, 3 इडियट्स, दंगल या तारे ज़मीन पर—हर फिल्म में उन्होंने समाज को कुछ न कुछ सोचने पर मजबूर किया है। इस फिल्म से भी ऐसी ही उम्मीदें हैं।
सामाजिक संदेश और ‘एंटरटेनमेंट विद पर्पज़’
फिल्म केवल मनोरंजन नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश देती है—मानसिक या बौद्धिक रूप से विशेष बच्चों को बराबरी का हक और सम्मान मिलना चाहिए।
‘सितारे ज़मीन पर’ इस बात को बेहद खूबसूरती और इमोशनल अपील के साथ दर्शाने वाली है। फिल्म के जरिए आमिर खान एक बार फिर उस जगह पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जहां सिनेमा दिल को छूता है और सोच को झकझोरता है।
निष्कर्ष: उम्मीदों का आसमान
ट्रेलर देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘सितारे ज़मीन पर’ आमिर खान की अब तक की सबसे संजीदा फिल्मों में से एक साबित हो सकती है। यह फिल्म न केवल दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ती है, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी उजागर करती है।
इस फिल्म के जरिए आमिर खान एक बार फिर यह साबित करने को तैयार हैं कि वो सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि एक सच्चे सिनेमा क्राफ्ट्समैन हैं, जो सिनेमा को एक माध्यम नहीं, बल्कि एक मिशन की तरह देखते हैं।
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मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। जहां एक ओर प्रदेश के 38 जिलों में तेज बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं कुछ इलाकों में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। इस दोतरफा मौसम ने आम जनता से लेकर प्रशासन तक को अलर्ट मोड पर ला दिया है।
🌧️ इन जिलों में हो सकती है बारिश और तेज आंधी:
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। खासतौर परभोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे बड़े शहरों में बारिश की संभावना जताई गई है।
⛈️ जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं:
भोपाल
इंदौर
उज्जैन
होशंगाबाद
सागर
ग्वालियर
जबलपुर
दमोह
शाजापुर
रतलाम …और अन्य कुल 38 जिले।
तेज हवाएं 30 से 40 किमी/घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे पेड़ गिरने, बिजली गिरने और ट्रैफिक प्रभावित होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
छतरपुर, सतना और रीवा में लू का प्रकोप जारी:
जहां कुछ जिलों में राहत भरी बारिश की उम्मीद है, वहीं छतरपुर, सतना और रीवा जैसे पूर्वी-मध्य इलाकों में तापमान 40°C के पार पहुंच चुका है। इन जिलों में लू और गर्म हवाओं का दौर जारी है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
☁️ क्या कहता है मौसम विभाग?
IMD (भारतीय मौसम विभाग) के अनुसार, इस बदलाव की वजह बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और उत्तरी भारत में सक्रिय सिस्टम है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में इसी तरह का मिश्रित मौसम बना रह सकता है।
जनता से अपील:
तेज आंधी-बारिश के समय खुले में न निकलें।
बिजली के खंभों और पुराने पेड़ों से दूरी बनाए रखें।
गर्मी वाले इलाकों में पर्याप्त पानी पिएं और धूप से बचें।
बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का खास ध्यान रखें।
📌 निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश का मौसम इन दिनों तेज बदलाव के दौर से गुजर रहा है। एक ओर जहां आंधी और बारिश राहत दे रही है, वहीं कुछ जिले भीषण गर्मी की चपेट में हैं। ऐसे में सतर्क रहना और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।
बेरोजगारों के लिए बड़ी खबर – 20 हजार पदों पर भर्ती
भोपाल – मध्य प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने 13 मई 2025 को घोषणा की है कि वह 20,000 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। यह फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार देना और सरकारी विभागों में स्टाफ की कमी को दूर करना है।
किन विभागों में होंगी भर्तियां?
सरकारी बयान के अनुसार, यह भर्ती अभियान राज्य के अधिकतर प्रमुख विभागों में किया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
शिक्षा विभाग – शिक्षक एवं शिक्षिका पद
स्वास्थ्य विभाग – नर्सिंग स्टाफ, ANM, लैब टेक्नीशियन
पुलिस विभाग – कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल
राजस्व विभाग – पटवारी, क्लर्क
लोक निर्माण विभाग (PWD) – जूनियर इंजीनियर, असिस्टेंट
ग्रामीण विकास विभाग – तकनीकी सहायक, डाटा एंट्री ऑपरेटर
भर्ती की प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया जून 2025 के प्रथम सप्ताह से शुरू होगी। सबसे पहले संबंधित विभागों द्वारा विज्ञापन/नोटिफिकेशन जारी किए जाएंगे और उसके बाद ऑनलाइन आवेदन शुरू होंगे।
महत्वपूर्ण तिथि: 📌 विज्ञापन जारी होने की संभावित तारीख: 1 जून 2025 📌 ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तारीख: 5 जून 2025 📌 परीक्षा संभावित महीना: अगस्त 2025
कितने पद किस विभाग में? (संभावित विवरण)
विभाग
पदों की संख्या
शिक्षा विभाग
6,000 पद
पुलिस विभाग
4,000 पद
स्वास्थ्य विभाग
3,000 पद
राजस्व विभाग
2,500 पद
ग्रामीण विकास विभाग
2,000 पद
अन्य विभाग
2,500 पद
कुल पद
20,000
सीएम का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा:
“मध्य प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध है। 20,000 नई सरकारी नौकरियों की घोषणा सिर्फ शुरुआत है। हम आने वाले समय में और भी नौकरियों के अवसर लाने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
योग्यता और आवेदन प्रक्रिया
अधिकांश पदों के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं, 12वीं या ग्रेजुएशन होगी। कुछ तकनीकी पदों के लिए संबंधित डिप्लोमा या डिग्री की आवश्यकता होगी।
🔹 आवेदन कैसे करें?
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPESB) की वेबसाइट पर जाएं: esb.mp.gov.in
नोटिफिकेशन डाउनलोड करें और पात्रता जांचें
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें
दस्तावेज़ अपलोड करें
शुल्क भुगतान करें और फॉर्म सबमिट करें
क्या कह रहे हैं युवा?
भर्ती की खबर आने के बाद बेरोजगार युवाओं में उत्साह और उम्मीद का माहौल है। एक उम्मीदवार ने कहा:
“लंबे समय से तैयारी कर रहे थे, अब उम्मीद है कि मेहनत रंग लाएगी। सरकार का यह कदम सराहनीय है।”
⚠️ ध्यान रखें: फर्जी वेबसाइट और एजेंट से सावधान रहें
सरकार ने स्पष्ट किया है कि भर्ती केवल ऑनलाइन सरकारी पोर्टल से ही होगी। किसी एजेंट या निजी संस्था को पैसे देना गलत है और इससे बचना चाहिए।
निष्कर्ष
यह भर्ती अभियान मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है। जिन लोगों ने वर्षों से सरकारी नौकरी का सपना देखा है, उनके लिए अब समय है तैयारी करने और अपने लक्ष्य को पाने का।
भोपाल, मध्य प्रदेश – मध्य प्रदेश के एक प्रमुख शहर को जल्द ही मेट्रोपॉलिटन एरिया (महानगरीय क्षेत्र) का दर्जा मिलने जा रहा है। यह फैसला राज्य की विकास योजनाओं और शहरीकरण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लिया गया है। प्रस्ताव के तहत इस मेट्रो एरिया में पाँच ज़िले शामिल किए जाएंगे, जिससे न सिर्फ इस क्षेत्र का भौगोलिक विस्तार होगा, बल्कि रोजगार, परिवहन, इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के क्षेत्र में भी नई संभावनाएं खुलेंगी।
कौन सा शहर बनेगा मेट्रोपॉलिटन?
सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को मेट्रोपॉलिटन एरिया घोषित किया जा सकता है। यह निर्णय केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों और राज्य सरकार की मंज़ूरी के बाद लिया जाएगा।
कौन-कौन से जिले होंगे शामिल?
भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में इन पांच जिलों को शामिल करने का प्रस्ताव है:
भोपाल (मुख्य शहर)
सीहोर
विदिशा
राजगढ़
रायसेन
इन जिलों को जोड़ने से यह क्षेत्र न केवल आकार में बड़ा होगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी मज़बूत बनेगा।
मेट्रोपॉलिटन एरिया बनने के क्या होंगे फायदे?
1. तेजी से होगा विकास
मेट्रोपॉलिटन एरिया घोषित होने के बाद केंद्र और राज्य सरकारों से विशेष फंड और योजनाएं मिलेंगी। इससे सड़कों, पुलों, पानी-बिजली और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में गति आएगी।
2. रोज़गार के नए अवसर
नई इंडस्ट्रीज़, आईटी पार्क और स्टार्टअप हब बनने से युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार के विकल्प बढ़ेंगे।
3. बेहतर ट्रांसपोर्ट नेटवर्क
इंटर-डिस्ट्रिक्ट मेट्रो ट्रेन, स्मार्ट बस सेवा और सड़कों का चौड़ीकरण जैसे काम प्राथमिकता पर किए जाएंगे, जिससे यातायात की सुविधा बेहतर होगी।
4. शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार
बड़े संस्थान, विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज और मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल इन क्षेत्रों में खोले जाएंगे, जिससे नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं मिलेंगी।
5. अचल संपत्ति में उछाल
रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ा निवेश देखने को मिलेगा। जमीन की कीमतों में वृद्धि होगी और शहर के बाहरी इलाके तेजी से विकसित होंगे।
क्या है मेट्रोपॉलिटन एरिया की परिभाषा?
भारत सरकार के शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, कोई भी शहर तब मेट्रोपॉलिटन घोषित किया जाता है जब:
उसकी आबादी 10 लाख से अधिक हो
आस-पास के क्षेत्र आर्थिक, सामाजिक और भौगोलिक रूप से जुड़े हों
एकीकृत विकास योजना बनाई जा सके
भोपाल इस सभी मापदंडों पर खरा उतरता है, और इसी वजह से यह कदम उठाया जा रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य शहरी विकास मंत्री ने कहा:
“भोपाल क्षेत्र को मेट्रोपॉलिटन एरिया घोषित करना मध्य प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे पूरे क्षेत्र का एकीकृत विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा।”
स्थानीय जनता की राय
जहां एक ओर व्यापारी, बिल्डर्स और नौजवान इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, वहीं कुछ ग्रामीण इलाकों में लोगों की चिंता है कि कहीं उनकी जमीन और रहन-सहन प्रभावित न हो। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सभी फैसले जनहित को ध्यान में रखकर लिए जाएंगे।
🔚 निष्कर्ष
भोपाल का मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र बनना मध्य प्रदेश के शहरी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल भोपाल बल्कि आस-पास के पांच जिलों को भी विकास की मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र न केवल राज्य बल्कि देश के प्रमुख शहरी केंद्रों में से एक बन सकता है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं कक्षा का परिणाम 2025 आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर घोषित कर दिया है। लाखों छात्रों का इंतज़ार अब खत्म हो गया है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं, पास प्रतिशत क्या रहा, टॉपर्स कौन बने हैं और रिजल्ट से संबंधित डायरेक्ट लिंक क्या है।
CBSE सेक्शन में जाकर “Class 12th Marksheet 2025” चुनें
रोल नंबर और अन्य विवरण भरें
मार्कशीट डाउनलोड करें
नोट: डिजिलॉकर से स्कोरकार्ड तभी डाउनलोड होगा जब आपका मोबाइल नंबर CBSE डेटाबेस में रजिस्टर्ड हो।
CBSE Class 12 Result 2025 – टॉपर्स की सूची
Note: CBSE ने आधिकारिक तौर पर टॉपर्स की सूची घोषित नहीं की, लेकिन स्कूलों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये छात्र सबसे आगे रहे।
इस बार का पास प्रतिशत 87.45% रहा, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा कम है। हालांकि, लड़कियों ने फिर से लड़कों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
रिजल्ट के बाद अगला कदम क्या है?
CBSE 12वीं का रिजल्ट आने के बाद छात्र निम्नलिखित विकल्पों पर ध्यान दे सकते हैं:
कॉलेज एडमिशन: अब छात्र UG कोर्सेस के लिए आवेदन शुरू कर सकते हैं।
कैरियर काउंसलिंग: सही विषय और कोर्स चुनने के लिए काउंसलिंग करें।
स्किल डेवेलपमेंट: जो छात्र GAP लेना चाहते हैं, वे कोई स्किल बेस्ड कोर्स करें।
विदेश पढ़ाई के लिए आवेदन: IELTS, TOEFL जैसी परीक्षाओं की तैयारी करें।
CBSE कक्षा 12वीं का परिणाम 2025 घोषित हो चुका है और AG News की पूरी टीम की ओर से सभी सफल छात्रों को ढेर सारी शुभकामनाएँ और बधाइयाँ!
आपकी मेहनत, समर्पण और संघर्ष ने आज एक नई ऊंचाई को छुआ है। यह सिर्फ एक परिणाम नहीं, बल्कि आपके उज्जवल भविष्य की दिशा में पहला कदम है।
जो छात्र अपने परिणाम से खुश हैं, हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। और जो थोड़े निराश हैं – याद रखिए, यह अंत नहीं है। आगे और भी बेहतर अवसर आपका इंतज़ार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और वहां तैनात भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। यह दौरा ऐसे समय हुआ है जब भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के हालात बने हुए हैं।
पाकिस्तान को पीएम मोदी की सख्त चेतावनी
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि भारत ने फिलहाल पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई स्थगित की है, लेकिन इसे पूरी तरह रोका नहीं गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत किसी भी तरह की परमाणु धमकी (nuclear blackmail) को सहन नहीं करेगा।
“हमने ऑपरेशन रोका है, खत्म नहीं किया है। पाकिस्तान का व्यवहार तय करेगा कि आगे क्या होगा।”
सीज़फायर अभी भी लागू, लेकिन सतर्कता जारी
पीएम मोदी के सख्त संदेश के बाद भी जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमा क्षेत्रों में युद्धविराम व्यवस्था बरकरार रही। हालांकि, सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के सांबा में 10 से 12 ड्रोन देखे गए जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते मार गिराया। वहीं, पंजाब के होशियारपुर ज़िले में भी धमाकों की आवाज़ें सुनने को मिलीं।
भारत-पाक DGMO वार्ता
सोमवार शाम करीब 5 बजे भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (Director Generals of Military Operations) के बीच हॉटलाइन पर लगभग 30 मिनट बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने 10 मई को हुई सहमति को दोहराया, जिसमें तय किया गया था कि:
“दोनों देश एक भी गोली नहीं चलाएंगे और कोई भी आक्रामक या दुश्मनाना कदम नहीं उठाएंगे।”
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत का प्रहार
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक थे।
फ्लाइट कैंसलेशन: कई उड़ानें रद्द
एयर इंडिया और इंडिगो ने मंगलवार, 13 मई को सुरक्षा कारणों के चलते कई गंतव्यों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
✈️ एयर इंडिया (टाटा स्वामित्व वाली कंपनी) ने इन स्थानों के लिए दो-तरफा उड़ानें रद्द की हैं: जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट।
✈️ इंडिगो एयरलाइन ने इन स्थानों के लिए उड़ान संचालन रद्द किया है: जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, लेह, श्रीनगर और राजकोट।
मुख्य बिंदु एक नज़र में:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले को “आतंकवाद का सबसे बर्बर चेहरा” करार दिया और कहा कि इस हमले ने उन्हें गहरा दुख पहुंचाया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कठिन समय में पूरा देश एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में खड़ा हुआ। केंद्र सरकार ने सशस्त्र बलों को आतंकवादियों का सफाया करने की पूरी छूट दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत अब “पाकिस्तान के हर कदम की जांच करेगा कि उसने क्या रुख अपनाया है।”
सोमवार को एक उच्चस्तरीय ब्रीफिंग में शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि 7 मई से 10 मई तक भारतीय सैन्य बलों की मजबूत और बहु-स्तरीय वायु रक्षा प्रणाली (Air Defence Network) ने पाकिस्तान के कई हमलों को विफल किया और सैन्य व नागरिक ढांचे को होने वाले नुकसान को न्यूनतम रखा।
सोमवार शाम को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने 10 मई को हुई समझौते पर दृढ़ रहने की प्रतिबद्धता जताई, जिसमें यह तय किया गया था कि दोनों देश किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई नहीं करेंगे।
इसी दौरान भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने के लिए ‘व्यापार’ का सहारा लिया था। भारत ने स्पष्ट किया कि हाल की उच्चस्तरीय चर्चाओं में ‘व्यापार’ का कोई जिक्र तक नहीं हुआ।
निष्कर्ष:
भारत स्पष्ट कर चुका है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति बेहद कठोर है। जहां एक ओर शांति की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं, वहीं पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर उसने फिर कोई गलती की, तो भारत की जवाबी कार्रवाई और भी कठोर होगी।
देश की सीमाओं की रक्षा में लगे हमारे सभी सैनिकों को नमन।
भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित चेहरों में से एक, विराट कोहली ने आज टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। अपने सोशल मीडिया पर उन्होंने एक संक्षिप्त लेकिन भावुक संदेश दिया: “#269 signing off” यह संख्या उनके टेस्ट कैप नंबर को दर्शाती है — विराट भारतीय टेस्ट टीम के 269वें खिलाड़ी थे।
उनके इस अचानक ऐलान ने न सिर्फ उनके करोड़ों फैंस को चौंका दिया, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक सुनहरे युग के अंत का संकेत भी दे दिया।
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा:टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली की यात्रा
विराट कोहली ने 2008 में वनडे डेब्यू के बाद 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। शुरुआती संघर्षों के बाद, कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को बतौर बल्लेबाज और कप्तान साबित किया। उनके टेस्ट करियर की कुछ प्रमुख उपलब्धियां:
✅ 113 टेस्ट मैच
✅ 8,848 रन
✅ 29 शतक, 30 अर्धशतक
✅ 7 दोहरे शतक — किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा सबसे ज़्यादा
✅ 2014-2021 के बीच भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान
कोहली के नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की धरती पर टेस्ट सीरीज़ में हराया, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक रही।
क्यों खास था विराट का टेस्ट करियर?
विराट कोहली ने ऐसे दौर में टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा दिया जब लोग T20 और IPL की तरफ आकर्षित हो रहे थे। उन्होंने:
तेज़ खेलते हुए भी तकनीकी बल्लेबाज़ी को जीवित रखा
फिटनेस को टेस्ट टीम की प्राथमिकता बनाया
टेस्ट क्रिकेट को “इमोशन” और “गर्व” के रूप में प्रस्तुत किया
उनका जुनून, आक्रामकता और मैदान पर जोश, क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणास्त्रोत रहा है।
#269: सिर्फ एक नंबर नहीं, एक विरासत
विराट का “#269 signing off” संदेश सिर्फ एक खिलाड़ी का संन्यास नहीं है, बल्कि एक पूरी पीढ़ी की भावनाओं का अंत है।
वह पीढ़ी जिसने विराट को एक युवा खिलाड़ी से दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज और सफल कप्तान में बदलते देखा। “#269” अब एक भावनात्मक प्रतीक बन चुका है — अनुशासन, जुनून और निडरता का।
ट्विटर और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
उनके संन्यास की घोषणा के बाद ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #ThankYouVirat, #KingKohli और #269 ट्रेंड करने लगे। फैंस, पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट विश्लेषकों ने उनके योगदान को याद करते हुए संदेश साझा किए:
सचिन तेंदुलकर: “विराट ने टेस्ट क्रिकेट को एक सम्मान और गर्व की भावना दी।”
राहुल द्रविड़: “उनका समर्पण हमेशा एक मिसाल रहेगा।”
फैंस: “हमें कप्तान विराट की आंखों में आग और बल्ले में गर्जना हमेशा याद रहेगी।”
अब आगे क्या?
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा है, लेकिन अभी तक उन्होंने वनडे और T20 से संन्यास की घोषणा नहीं की है। आगामी T20 वर्ल्ड कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में वह भारतीय टीम के लिए खेलते रह सकते हैं।
इसके अलावा, वह IPL में RCB के लिए अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
निष्कर्ष: एक सलाम उस महानता को
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास न केवल क्रिकेट के एक अध्याय का अंत है, बल्कि उस भावना का अंत है जो उन्होंने भारत के हर युवा को दी — कि जोश और अनुशासन साथ-साथ चल सकते हैं।
#269 साइनिंग ऑफ़ — लेकिन दिलों से कभी नहीं उतरने वाला।